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यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया की टीम यूनिवर्सिटी ऑफ म्यूनिक और यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के शोधकर्ताओं के साथ मिलकर एक उन्नत यौगिक पर काम कर रहे हैं जिसके प्रयोग से एक अंधी चूहिया की आखों में थोड़े दिनों के लिए रोशनी आ गई थी।
इस रसायनिक यौगिक को एएक्यू नाम दिया गया है, जो आंखों में प्रकाश के प्रति संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक चिप्स लगाने से कम आक्रामक होता है। यह उन लोगों के लाभकारी हो सकता है जो रेटिनिटिस पिगमेंटोसा नामक बीमारी से पीड़ित हैं। यह अंधेपन के लिए उत्तरदायी सबसे सामान्य आनुवांशिक रोग है। इसी तरह उम्र के साथ आंखों की रोशनी में कमी आने पर भी यह मददगार सिद्ध हो सकता है। मॉलिक्यूलर एंड सेल बायोलॉजी के प्रोफेसर व शोध प्रमुख रिचर्ड क्रामर और यू सी बारकेली ने बताया कि आंखों की रोशनी वापस लाने के क्षेत्र में यह महत्वपूर्ण खोज है। यह शोध विज्ञान पत्रिका न्यूरॉन में प्रकाशित हुआ है।
Source - Jagran