किसी भी दुर्घटना के बाद रोगी को उसी स्थान पर प्राथमिक सहायता देने के बाद यह अति आवश्यक हो जाता है ही उस रोगी को जल्द से जल्द किसी अस्पताल में ले जाया जाए और डॉक्टर के संरक्षण में उसका इलाज करवाया जाए ऐसे में रोगी को ले जाने के लिए विभिन्न तरीके उपयोग में लाए जाते है कई बार अति शीघ्रता के कारण रोगी को अकेले या ठीक प्रकार से न उठाने और ले जाने से रोगी की तकलीफ बढ़ सकती है इसीलिए उचित तरीके से ही रोगी को अस्पताल ले जाने की कोशिश करनी चाहिए रोगी को उठाने से पहले कुछ बातो का विशेष खयाल रखना चाहिए जैसे - रोगी की साँस एवं नब्ज ठीक चल रही है या नही, घाव से खून बहना बंद हो गया है या नही, अगर हड्डी टूट गई है तो खपच्ची ठीक तरीके से बाँधी गई है या नही !
रोगी को ले जाने की विधिया
1. केवल एक व्यक्ति के व्दारा - जब कोई व्यक्ति अकेला हो और रोगी पूरी तरह होश में और स्वयं चलने लायक हो तो कंधा पकड़ क्र रोगी को ले जाया जा सकता है या प्राथमिक सहायक गोद में या कंधे पर रख क्र मरीज को ले जा सकता है ।
2. दो व्यक्तियों के व्दारा - यदि दो व्यक्ति हो तो रोगी को अपनी बांहों में ले जा सकते है या कुर्सी में बिठाकर ले जा सकते है ।
3. कंबल या दरी अगर मिल जाती है तो उस पर रोगी को लिटा कर ले जाया जा सकता है ।
4. मरीज को स्ट्रेचर पर लिटाकर पैदल ले जाया जा सकता है या एम्बुलेंस तक लाकर एम्बुलेंस से मरीज को अस्पताल तक पहुँचाया जा सकता है ।