नीम के पत्तीयों के धूपबत्ती के फायदे (Benefits of Neem leaves incense sticks)

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नीम के पत्तीयों के धूपबत्ती के कई फायदे होते है क्योकि नीम की पत्ती जलाने के कई फायदे है जो इस प्रकार से है :

1. नीम की पत्ती जलाने से वायु में मौजूद हानिकारक कीटाणु और वायरस नष्ट हो जाते हैं जिससे वायु के शुद्धीकरण हो जाता है।

2. नीम की पत्ती जला कर कीट-पतंगों को भगाया जा सकता है जिससे कीट-पतंगों से बचाव हो सकता है

3. नीम की पत्ती जलाने से श्वसन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं, जिससे स्वास्थ्य लाभ होता है.

जाने महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में खुजली के कारण एवं उपचार

LADIES CORNER: जाने महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में खुजली के कारण ए...



प्राइवेट पार्ट में खुजली के कई कारण हो सकते हैंजिनमें से कुछ प्रमुख कारण ये हैं:

यीस्ट या खमीर संक्रमण :

इसके वजह से वजाइना के आस-पास कॉटेज चीज़ जैसा डिस्चार्जलालिमाऔर खुजली होती है. खमीर या यीस्ट संक्रमणएक तरह का संक्रमण है जो कैंडिडा एल्बिकेंस नाम के यीस्ट की वजह से होता है. यह संक्रमण आमतौर पर शरीर के गर्म और नम हिस्सों में होता हैजैसे कि प्राइवेट पार्ट  के मुंह और त्वचा के नम क्षेत्र में होने वाले यीस्ट संक्रमण को वुल्वोवैजिनल कैंडिडिआसिस कहते हैं.

WHAT IS PSORIATIC ARTHRITIS?


Psoriatic arthritis is an autoimmune disease, which means the body’s immune system turns on itself, in this case leading to inflammation of the joints. Most people who develop this type of arthritis also have the skin condition psoriasis, another autoimmune disease which causes raised red patches on the skin. More than 7 million people in the United States have psoriasis, and 30% of them may eventually develop psoriatic arthritis. Usually, people develop psoriasis before psoriatic arthritis, but some people may get the arthritis symptoms first.

Why Ladies Need More Sleep Than Men

Research Shows Stronger Mental, Physical Response To Inadequate Rest

 Ladies need more sleep than men, according to a recent study. Researchers from Duke University have discovered that, compared to men, Ladies experience more mental and physical consequences from inadequate rest. Besides giving half the population, a legitimate reason to sleep in, the findings could also inspire new health recommendations for Ladies at greater risk of heart disease, depression, and psychological problems.

मोटापा ही नहीं कैंसर के रिस्क को भी बढ़ाते हैं पैकेड फ्रूट जूस, रिसर्च में खुलासा

अगर फ्रूट जूस को रोजाना डाइट में शामिल करके आप सोच रहे हैं कि आप अपनी सेहत के लिए कुछ अच्छा कर रहे हैं तो ये आपकी सबसे बड़ी भूल है. ऐसा करके आप खुद को गंभीर बीमारियों से घेरने की तैयारी कर रहे हैं. सुनकर हैरानी हो सकती है, लेकिन हाल ही में फ्रूट जूस पर हुई एक रिसर्च ऐसा ही एक खुलासा कर रही है.

फिटनेस के प्रति सजग लोग अक्सर डाइट और फ्रूट जूस से जुड़ी एक बहुत बड़ी गलती करते हैं. रोजाना डाइट में फ्रूट जूस शामिल करके वो खुद को हेल्दी समझने की भूल करने लगते हैं.  पैकेड फ्रूट जूस में मौजूद सोडा न सिर्फ व्यक्ति के शरीर में मोटापा बढ़ाने का काम करता है बल्कि कैंसर जैसी बीमारियों को भी न्यौता देता है.

गर्भ से बचने के कई तरीके हैं, पर आपके लिए कौन सा बेस्ट है?

आपने अखबारों और टीवी चैनलों पर अक्सर एक विज्ञापन यानी प्रचार देखा होगा. जिसका मकसद आपको फैमिली प्लानिंग मतलब परिवार नियोजन के लिए जागरूक करना होता है. अब क्या है कि देश की बढ़ती जनसंख्या पर थोड़ा नियंत्रण लाने के लिए भारत सरकार फैमिली प्लानिंग प्रोग्राम 60 साल से चला रही है. खैर, आपके लिए मुद्दे की बात ये है कि आप कब तक प्रेगनेंट नहीं होना चाहती, कब मां बनना चाहती हैं. ये सब आपके हाथ में है. इसके लिए कई उपाय मौजूद हैं, जैसे नसबंदी, कॉन्डम का इस्तेमाल, आईयूसीडी, गर्भनिरोधक इंजेक्शन, गोलियां और इमरजेंसी गर्भ निरोधक गोलियां.

मिर्गी (Epilepsy)

मिर्गी (Epilepsy) एक न्यूरोलॉजिकल डिसॉर्डर है, जिससे दिमाग में असामान्य तरंगें पैदा होती हैं. दिमाग में गड़बड़ी के चलते व्यक्ति को बार-बार दौरे पड़ने लगते हैं. दौरा पड़ने पर दिमागी संतुलन बिगड़ जाता है और शरीर लड़खड़ाने लगता है.मिर्गी एक दीर्घकालिक मस्तिष्क संबंधी स्थिति है। ऐसा माना जाता है कि यह प्रत्येक 100 लोगों में से लगभग 3 को प्रभावित करता है।

मिर्गी कोई एक अकेली स्थिति नहीं है. ऐसी कई अलग-अलग स्थितियाँ हैं जो दौरे का कारण बन सकती हैं। दौरे आमतौर पर 1 से 3 मिनट तक रहते हैं।

मिर्गी का लक्षण दौरे आना है। ये मस्तिष्क में परिवर्तित विद्युत गतिविधि के एपिसोड हैं और इसमें शामिल मस्तिष्क के हिस्से के आधार पर बहुत भिन्न हो सकते हैं। दौरे के कारण बेहोश होना, असामान्य झटकेदार हरकतें (ऐंठन) के साथ-साथ अन्य असामान्य भावनाएं, संवेदनाएं और व्यवहार जैसे लक्षण हो सकते हैं ।

दौरे कई प्रकार के होते हैं।

सामान्यीकृत दौरे में पूरा मस्तिष्क शामिल होता है और इसलिए पूरा शरीर प्रभावित होता है। फोकल दौरे में मस्तिष्क का केवल एक हिस्सा शामिल होता है। दौरे की शुरुआत अचानक चेतना खोने से होती है, फिर शरीर अकड़ जाता है और इसके बाद मांसपेशियों में झटका लगता है। लाल या नीला पड़ना, जीभ काटना और मूत्राशय पर नियंत्रण खोना आम बात है। होश में आने पर भ्रम, उनींदापन, स्मृति हानि, सिरदर्द और घबराहट हो सकती है।


अनुपस्थिति दौरे


अनुपस्थिति दौरे को पहले 'पेटिट माल दौरे' के रूप में जाना जाता था, इस प्रकार के दौरे आमतौर पर बचपन में शुरू होते हैं, लेकिन वयस्कों में भी हो सकते हैं। ये दौरे संक्षिप्त होते हैं और इसमें घूरना, अभिव्यक्ति की हानि, अनुत्तरदायी और गतिविधि को रोकना शामिल होता है। कभी-कभी आंखें झपकाना या आंखों का ऊपर की ओर हिलना देखा जाता है। व्यक्ति आमतौर पर तुरंत ठीक हो जाता है और दौरे को याद किए बिना, अपनी पिछली गतिविधि जारी रखता है।

फोकल दौरे

पहले 'आंशिक दौरे' के रूप में जाना जाता था, यह मस्तिष्क के एक क्षेत्र में शुरू होता है और मस्तिष्क के उस क्षेत्र द्वारा नियंत्रित शरीर के हिस्सों को प्रभावित करता है। दौरे में असामान्य गतिविधियां, भावनाएं, संवेदनाएं या व्यवहार शामिल हो सकते हैं। फोकल दौरे के दौरान लोगों की चेतना के विभिन्न स्तर हो सकते हैं।

बुखार की ऐंठन


ज्वर संबंधी ऐंठन आम दौरे हैं जो किसी वायरल संक्रमण जैसी बुखार पैदा करने वाली बीमारी से जुड़े होते हैं और आम तौर पर हानिरहित होते हैं।

यदि आवश्यक हो तो दौरे का इलाज करके और बुखार के कारण का इलाज करके आमतौर पर इससे निपटा जाता है।

जिन बच्चों को ज्वर संबंधी ऐंठन होती है उनमें अधिकांश लोगों के समान ही मिर्गी विकसित होने का जोखिम होता है, यदि उनमें मिर्गी के लिए कोई अन्य जोखिम कारक न हों।

अपने लक्षणों की जांच करें - लक्षण जांचकर्ता का उपयोग करें और पता लगाएं कि क्या आपको चिकित्सा सहायता लेने की आवश्यकता है।


मिर्गी का कारण

आधे मामलों में मिर्गी का कारण अज्ञात है। इसमे आनुवंशिकी ( पारिवारिक इतिहास ) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। दौरे या मिर्गी मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाने वाली कोई भी कारण हो सकते हैं, जैसे:


सिर पर चोट या आघात

स्ट्रोक या मस्तिष्क रक्तस्राव (रक्तस्राव)

मस्तिष्क संक्रमण या सूजन, जैसे मेनिनजाइटिस , एन्सेफलाइटिस या मस्तिष्क फोड़ा

मस्तिष्क की विकृतियाँ या ट्यूमर

मस्तिष्क रोग, जैसे अल्जाइमर रोग

पुरानी शराब या नशीली दवाओं का उपयोग

उच्च या निम्न रक्त शर्करा और अन्य जैव रासायनिक असंतुलन

BREAST CANCER - Cause, Symptoms, Diagnosis, Types, Stages, Treatment, Prevention


What is breast cancer?

Breast cancer is the most common cancer among women, after skin cancer. One in eight women in the United States (roughly 12%) will develop breast cancer in her lifetime. It is also the second leading cause of cancer death in women after lung cancer. Encouragingly, the death rate from breast cancer has declined a bit in recent years, perhaps due to greater awareness and screening for this type of cancer, as well as better treatments.

Breast cancer is a disease that occurs when cells in breast tissue change (or mutate) and keep reproducing. These abnormal cells usually cluster together to form a tumor. A tumor is cancerous (or malignant) when these abnormal cells invade other parts of the breast or when they spread (or metastasize) to other areas of the body through the bloodstream or lymphatic system, a network of vessels and nodes in the body that plays a role in fighting infection.

Breast cancer usually starts in the milk-producing glands of the breast (called lobules) or the tube-shaped ducts that carry milk from the lobules to the nipple. Less often, cancer begins in the fatty and fibrous connective tissue of the breast.

New cases of breast cancer are about 100 times more common in women than in men, but yes, men can get breast cancer too. Male breast cancer is rare, but anyone with breast tissue can develop breast cancer.

What causes breast cancer?

Hair fall control tips in Hindi – बाल झड़ने से रोकने के घरेलू नुस्खे


जिनके बाल काफी मात्रा में झड़ते हैं वे इससे काफी परेशान रहते हैं। जब भी वे बाल बनाते हैं, उनके सिर से काफी बाल झड़ते हैं। काफी ज़्यादा बाल झड़ने की स्थिति में यह समस्या काफी विकराल हो जाती है। मर्दों में बाल ज़्यादा झड़ने से गंजेपन की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। आज यह समस्या किसी निर्धारित आयु वर्ग तक सीमित नहीं रह गयी है।

15 से लेकर 40 वर्ष की आयु के मनुष्य इस समस्या से प्रभावित होते हैं। जैसे ही आप नहाकर बाहर निकलते हैं, आपके बाल बिलकुल गीले होते हैं। जैसे ही आप बाल पोंछने के लिए तौलिये का इस्तेमाल करते हैं, वैसे ही उसमें बहुत सारे बाल आ जाते हैं।

बाल झड़ने से रोकने के उपाय (Baal jhadne gharelu upay / Hair fall control home tips in Hindi)

1. अपने बालों के साथ नरमी से पेश आएं। गीले बालों में कंघी करने से परहेज करें।

2. बाल झड़ना कैसे रोके, रोज़ाना अपने सिर की अच्छे से मालिश करें। इससे आपके बालों को पोषण मिलेगा और सिर में रक्त संचार बढ़ेगा। ऐसा करने से स्वस्थ बाल भी उगेंगे।

3. बाल झड़ना कैसे रोके, बालों को पीछे खींचकर कंघी करने की विधि का उपयोग करने से परहेज करें। इससे बालों की जड़ में दबाव पड़ता है और वे टूट जाती हैं।

4. आजकल लोग सुन्दर दिखने के लिए बालों की नयी नयी स्टाइल का प्रयोग करते हैं। पर जैसे ही आप घर वापस आएं, बालों की देखभाल करें और उन्हें अच्छे से साफ़ करके उनपर तेल लगाएं। बालों को ज़्यादा गर्मी देने से परहेज करें।

5. अगर बाहर मौसम काफी ठंडा भी हो, फिर भी अपने बालों को गर्म पानी से ना धोएं। यह बालों के झड़ने का एक और कारण है। पानी की गर्मी से बाल कमज़ोर हो जाते हैं। इससे वो आसानी से टूटते और झड़ते हैं।

बाल झड़ने के घरेलू उपाय – देसी इलाज (Baal jhadne ke upchar)

Ladies Health - ब्रेस्ट में दर्द की पांच वजहें

ब्रेस्ट में दर्द होना एक आम दिक्कत है. क्या आपके साथ भी ऐसा होता है? अव्वल तो सबके मन में कैंसर का ही ख़याल आता है. पर ब्रेस्ट में दर्द के लिए सिर्फ कैंसर ही ज़िम्मेदार नहीं होता. 

आमतौर पर ब्रेस्ट में दर्द की पांच वजहें होती हैं - स्त्रीरोग विशेषज्ञ हैं.

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